उत्तराखंड में बाबा बर्फानी टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन कीजिए, 30 अप्रैल तक चलेगी यात्रा

1 min read

उत्तराखंड स्थित बाबा बर्फानी टिम्मरसैंण महादेव (timmersain mahadev) के दर्शन 30 अप्रैल, 2021 तक किए जा सकते हैं। यह स्वयंभू शिवलिंग है।

यह स्वयंभू शिवलिंग सीमांत जनपद चमोली (chamoli) जिले के नीति घाटी क्षेत्र में स्थित है। हर साल शीतकाल में बर्फ से 10 फुट से भी ऊंचा शिवलिंग बनता है।

अब इस प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने के लिए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की इजाजत (permission) की आवश्यकता नहीं, लिहाजा यहां बेखटके धार्मिक पर्यटन किया जा सकता है।

बताते हैं कि इस जगह भगवान शिव (lord Shiva) ने अपनी कैलाश यात्रा के दौरान रात्रि विश्राम किया था।

लिहाजा, यह जगह सौसा महादेव के नाम से भी विख्यात है। बाबा बर्फानी टिम्मरसैंण महादेव (timmersain mahadev) की यह यात्रा 7 अप्रैल से शुरू हो चुकी है।

इसके अलावा श्रद्दालु ग्राम गमशाली स्थित जय फैला मंदिर, ग्राम बाम्पा स्थित फेला पंचनाग  मंदिर और ग्राम मलारी स्थित हीरामणी माता मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।

टिम्मरसैंण महादेव मंदिर के रूट के बारे में हम आपको जानकारी दे देते हैं। जोशीमठ (joshimath) से 87 किलोमीटर की दूरी तय कर सड़क मार्ग से मलारी होते हुए नीति गांव पहुंचा जा सकता है।

जहां से करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल चलने के बाद टिम्मरसैंण स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन किए जा सकते हैं।

अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए सुराईठोठा पुलिस चौकी पर पंजीकरण यानी रजिस्ट्रेशन (registration) की व्यवस्था की गई है।

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से दिल के मरीजों,  हाई ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन के रोगियों को शारीरिक जांच के बाद ही यात्रा पर आने की नसीहत दी गई है।

किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के निदान के लिए आइटीबीपी (ITBP) चौकी में डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

इसके अलावा किसी आपात स्थिति के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग और चिकित्सा विभाग के भी मोबाइल नंबर (mobile number) जारी किए गए हैं।

यह भी पढ़ें

https://khaskhabar24.com/kedarnath-mandir-will-open-on-17th-may/

यात्रा का संचालन कोविड गाइडलाइन (covid-19 guidelines) के तहत ही किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *