हरिद्वार-लक्सर डबल ट्रैक पर मौत बनकर दौड़ी ट्रायल ट्रेन, चार मरे
1 min readहरिद्वार (hardwar) में रेलवे (railway) के डबल ट्रैक के ट्रायल (trial) के दौरान हादसा हो गया। ट्रेन की चपेट में आने से चार लोगों की धज्जियां उड़ गईं ।
घटना बृहस्पतिवार देर शाम लक्सर-हरिद्वार (hardwar) ट्रैक के ज्वालापुर की है। हादसा जमालपुर रेलवे फाटक से 200 मीटर की दूरी पर हुआ।
ट्रायल ट्रेन 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चारों लोग रेलवे ट्रैक के आस पास खड़े थे।
उन्हें दूर से ट्रेन आते हुए दिखाई दी, लेकिन वह ट्रेन की रफ्तार भांप नहीं पाए। पल भर में चारों लोगों के चीथड़े उड़ गए।
देर रात तक शवों की शिनाख्त का काम चल रहा था। रेलवे के डीआरएम तरुण प्रकाश ने बताया कि हादसा फाटक नंबर 14 से 200 मीटर आगे हुआ है।
इसलिए प्रथम दृष्टया रेलवे की कोई गलती फिलहाल सामने नहीं आई है। आरपीएफ और सिविल पुलिस के साथ मामले की जांच जारी है। डीआरएम ने भी मामले में जांच बैठा दी है।
आपको बता दें कि लक्सर-हरिद्वार रेल लाइन पर ट्रैक के दोहरीकरण का कार्य पिछले दो साल से चल रहा है।
अभी तक इस रूट पर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ही ट्रेनें गुजरती आ रही हैं।
ट्रैक डबल हो जाने के बाद 10 जनवरी से ट्रेनों की स्पीड दोगुनी यानी कि 100 किलोमीटर प्रतिघंटा होनी है।
डबल ट्रैक का काम पूरा हो जाने पर ट्रायल के लिए बृहस्पतिवार को रेलवे के सीआरएस (कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी) की अगुवाई में तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम हरिद्वार पहुंची थी।
डबल ट्रैक और रफ्तार का ट्रायल करने के लिए दिल्ली (Delhi) से स्पेशल ट्रेन आई थी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी डबल ट्रैक के ट्रायल के दौरान हुए इस हादसे पर दुख जताया है।
अपने Twitter account http://@tsrawatbjp
के जरिए उन्होंने हादसे में मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है।