रविंद्र जडेजा की कैनबरा में यह साहसिक पारी नहीं भूलेगी
1 min readटीम इंडिया ने टी-20 सीरीज में जीत के साथ आगाज कर दिया। रविंद्र जडेजा (ravindra Jadeja) की कैनबरा में खेली गई 44 रन की पारी किसी को नहीं भूलेगी।
इससे पहले भारत और आस्ट्रेलिया के बीच तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के पहले मुकाबले में आस्ट्रेलिया के कप्तान एरोन फिंच ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया।
उनका यह फैसला तब सही साबित होता दिखा, जब टीम इंडिया की करीब आधी टीम सौ रन से पहले ही पवेलियन लौट गई। केवल केएल राहुल 51 रन की स्थायित्व भरी पारी खेल सके।
लेकिन इनके बाद जब यह लग रहा था कि टीम इंडिया शायद ही डेढ़ सौ रन का आंकड़ा छू पाए, रविंद्र जडेजा (ravindra Jadeja) ने वह पारी खेली, जिसकी दरकार थी।
उन्होंने महज 22 बालों पर 44 रन बनाए। जिसकी बदौलत भारत स्कोर बोर्ड पर 163 रन टांग पाने में कामयाब हो पाया।
रविंद्र जडेजा ठीक से दौड़ नहीं पा रहे थे। उनके हेलमेट पर भी बाल लगी और उन्हें चक्कर भी आए, लेकिन उन्होंने मैदान नहीं छोड़ा। टीम के लिए क्रीज पर डटे रहे।
उधर, गेंदबाजी में भी टीम इंडिया के बालर्स ने जलवा बिखेरा। युजवेंद्र चहल, वॉशिंगटन सुंदर और नटराजन की शानदार गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य से 11 रन पहले ही रोक दिया और मैच को टीम इंडिया की झोली में डाल दिया।
युजवेंद्र चहल और सुंदर ने तीन-तीन विकेट झटके। उन्होंने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। शानदार गेंदबाजी के लिए मैन आफ द मैच अवार्ड युजवेंद्र चहल को दिया गया।
वनडे इंटरनेशनल सीरीज को गंवाने के बावजूद तीसरे और आखिरी इंटरनेशनल मैच में जीत दर्ज कर भारत के हौसले बुलंद थे।
टी-20 को देखते हुए भारत ने मनीष पांडे को टीम में शामिल किया था, लेकिन वह कोई कमाल नहीं दिखा सके। हालांकि संजू सैमसन ने कुछ अच्छे हाथ जरूर दिखाए।
हार्दिक भी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। हालांकि, गेंदबाजों ने टीम में जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी नहीं खलने दी।