कृषि कानून : किसान छह फरवरी को देश भर में तीन घंटे के लिए चक्का जाम करेंगे
1 min readकृषि कानूनों (agriculture laws) को वापस लेने की मांग को लेकर किसान 6 फरवरी को देश भर में 3 घंटे चक्का जाम (chakka jam) करेंगे।
यह चक्का जाम (chakka jam) दोपहर 12:00 बजे से लेकर शाम 3:00 बजे तक होगा। किसान नेताओं की ओर से चक्का जाम को सफल बनाने की अपील की जा रही है।
किसान नेता युद्धवीर सिंह ने ट्वीट (tweet) कर कहा गया है कि यदि चक्का जाम के बाद भी सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती और किसानों के लिए हानिकारक तीनों कृषि कानूनों (agriculture laws) को रद्द नहीं करती है तो फिर आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
उधर, किसानों के आंदोलन को देखते हुए सरकार (government) ने भी पूरी तैयारी कर ली है। उसने टिकरी (tikri border) बॉर्डर और गाजीपुर बार्डर (ghazipur border) पर थ्री लेयर बैरिकेडिंग three layer (barricading) कर दी है।
वही, टिकरी बॉर्डर पर तो सीमेंटेड प्लेटफार्म बनाकर कीलें भी ठोक दी गई हैं, ताकि किसानों की एंट्री (entry) को रोका जा सके।
सरकार के इस फैसले की सभी ने मुखालफत की है। उधर, किसानों की मुजफ्फरनगर (muzaffarnagar) के बाद बागपत (baghpat) और बिजनौर (bijnor) में भी महापंचायत हो चुकी हैं। इनमें कानूनों की वापसी तक आंदोलन का फैसला किया गया है।
उधर, सियासी नेताओं का भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) से मिलने का सिलसिला जारी है।
शिवसेना के संजय राऊत (Sanjay raut) अन्य नेताओं के साथ उनसे मिलने पहुंचे। इससे पहले किसान नेता अजित सिंह (Ajit Singh) अपने सांसद पुत्र जयंत चौधरी (jayant Chaudhary) संग धरना स्थल पर पहुंचे थे।
आपको बता दें कि गाजीपुर बार्डर पर राकेश टिकैत के आंसुओं ने आंदोलन की तकदीर बदल दी। बड़ी संख्या में रातों-रात किसान अपने गांवों से उनकी ढाल बनने के लिए धरनास्थल पर रवाना हो गए। प्रदर्शनरत किसानों में वेस्ट यूपी, पंजाब, हरियाणा आदि स्थानों के किसान बड़ी संख्या में शामिल हैं।