Rajkumari Amrit Kaur : देश की पहली स्वास्थ्य मंत्री, जो टाइम मैगजीन में भी छाईं
1 min readराजकुमारी अमृत कौर (rajkumari Amrit Kaur) की 2 फरवरी को जयंती है। वे देश की पहली स्वास्थ्य मंत्री थीं। 1947 में देश की आजादी के बाद उन्हें यह पद सौंपा गया।
वे कैबिनेट (cabinet) रैंक पाने वाले भी पहली मंत्री थी। राजकुमारी अमृत कौर (rajkumari Amrit Kaur) की प्रतिष्ठा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें 1947 में टाइम मैगजीन (time magazine) ने वुमन ऑफ द ईयर (women of the year) घोषित किया था।
वह 10 साल तक स्वास्थ्य मंत्री रहीं। और दिल्ली में (aiims) की स्थापना में भी उनका महत्वपूर्ण रोल रहा।
उन्होंने मलेरिया (malaria) के खिलाफ जबर्दस्त अभियान चलाया। और टीबी उन्मूलन के लिए भी कार्य किया।
उन्होंने कुछ समय के लिए खेल मंत्री का पद भी संभाला। एनआईएस, पटियाला (NIS, Patiala) की स्थापना में अहम भूमिका अदा की।
2 फरवरी, सन् 1887 को लखनऊ (Lucknow) में जन्मीं राजकुमारी अमृत कौर की प्राथमिक शिक्षा इंग्लैंड (England) में हुई।
इसके पश्चात ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) से उन्होंने कॉलेज की शिक्षा (education) हासिल की।
सन् 1818 में वह भारत वापस लौट आईं। 1927 में उन्होंने आल इंडियन वूमेन कांफ्रेंस (all India women conference) की स्थापना की।
उत्तराखंड (uttarakhand) की राजधानी देहरादून (dehradun) में राजकुमारी अमृत कौर के नाम से एक सड़क भी है।
आपको बता दें कि उनके पिता हरनाम सिंह थे, जो कि कपूरथला के राजा जस्सा सिंह के बेटे थे। बाद में राज को लेकर हुए विवादों के बाद उन्होंने कपूरथला छोड़ दिया था।
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राजकुमारी अमृत कौर ने नई दिल्ली (New Delhi) में 6 फरवरी, 1964 के दिन आखिरी सांस ली।
भारत (india) में स्वास्थ्य (health) को लेकर किए उनके काम को आज भी याद किया जाता है।
उन्होंने देश में महिला अधिकारों (women rights) को लेकर भी महती कार्य किया। लोगों में चेतना जागृत की।
वे भारतीय संविधान (Constitution of india) का निर्माण करने वाली समिति की सदस्य भी रहीं।