बेटी की शादी के मंडप में ही मां ने भी अपने देवर संग लिए सात फेरे
1 min readगोरखपुर के पिपरौली ब्लाक में एक अनोखी शादी हुई। एक ही मंडप में एक ओर मां तो दूसरी ओर बेटी (daughter) ने अपने दूल्हे के साथ शादी के सात फेरे लिए ।
इन मां-बेटी का एक साथ एक ही मंडप में विवाह करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है। अधिकांश लोग इसे सराह रहे हैं।
पिपरौली ब्लाक परिसर में सामूहिक विवाह में बेली देवी की सबसे छोटी पुत्री (daughter) इंदू की शादी पाली निवासी राहुल के साथ हुई।
बेटी के मंडप में 53 वर्ष की बेला देवी ने भी अपने 55 वर्षीय देवर जगदीश से शादी की। भविष्य में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने की कसम खाई।
मां और बेटी के एक मंडप में शादी करने तथा मां के उम्र के उतरते पड़ाव में शादी को लेकर चर्चा हो रही है।
इस अनोखे विवाह के साक्षी बने बीडीओ डा. सीएस कुशवाहा भी बने। उन्होंने भी इसे एक अच्छी पहल करार दिया।
आपको बता दें कि ब्लाक के ग्राम सभा कुरमौल निवासी 55 वर्षीय जगदीश तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं।
वह पेशे से किसान हैं और खेती-बाड़ी करते हैं। 55 वर्ष की उम्र होने के बाद भी वह अब तक अविवाहित रहकर ही जिंदगी गुजार रहे थे।
बड़े भाई हरिहर की शादी बेला देवी से हुई थी और उनके दो पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। बेला देवी के पति की मौत करीब 25 वर्ष पहले हो गई थी।
बेला देवी अपने बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के बाद दो पुत्रों तथा दो पुत्रियों की शादी कर चुकी हैं। सब अपनी गृहस्थी के हो गए हैं।
इसी बीच देवर और भाभी ने जिंदगी का सूनापन भरने और एक दूसरे का सहारा बनने के लिए विवाह करने का निर्णय लिया।
बेटी की शादी तो हो ही रही थी इसी दौरान उन्होंने खुद की शादी की भी ठान ली। बढ़ती उम्र की वजह से ही एक दूसरे का सहारा बनने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया।