आईएमए की पासिंग आउट परेड 12 दिसंबर को, 325 जीसी सेना में शामिल होंगे
1 min readभारतीय सैन्य अकादमी (IMA), देहरादून में 12 दिसंबर को पासिंग आउट परेड (POP) होगी। इसमें 325 जैंटलमैन कैडेट शामिल होकर सेना का हिस्सा बनेंगे।
परेड में मित्र राष्ट्रों के 70 कैडेट भी शामिल होंगे। पासिंग आउट परेड की तैयारियों में इन दिनों उत्तराखंड के देहरादून में स्थित भारतीय सैन्य अकादमी जुटी हुई है।
इस बार आर्मी बैंड भी परेड में शामिल होगा। इसके अलावा परेड से पहले लाइट एंड साउंड शो (light and sound show) रखा जाएगा जिसमें एकेडमी के बारे में और यहां के जवानों की वीरता के बारे में लोगों को बताया जाएगा।
इस पासिंग आउट परेड में कैडेट्स के परिजन भी हिस्सा ले सकेंगे। लेकिन इससे पहले उन्हें कोरोना जांच (corona test) की नेगेटिव रिपोर्ट देनी होगी।
उन्हें 72 घंटे के भीतर किए गए rt-pcr जांच की रिपोर्ट पेश करनी होगी। यदि कोई परिजन अपनी जांच नहीं करा पाएगा, तो आईएमए (IMA) में उनकी जांच की व्यवस्था की जाएगी।
इसे देखते हुए कैडेट्स के परिजनों में भी हर्ष का माहौल है। क्योंकि इससे पहले जून में हुई पासिंग आउट परेड को कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए बेहद ही सीमित रखा गया था।
उस वक्त पीपिंग सेरेमनी के दौरान अभिभावक अपने बच्चों के कंधों पर नहीं लगा पाए थे। रिंग सेरेमनी में केवल एकेडमी के अधिकारियों और स्टाफ के लोगों ने ही कैडेट्स को स्टार लगाए थे।
इससे पहले जून में पीपिंग सेरेमनी की औपचारिकता के बाद कैडेट्स ड्यूटी पर चले गए थे। लेकिन इस बार वह अपने परिजनों के साथ छुट्टी बिता सकेंगे।
आपको बता दें कि एकेडमी में ट्रेनिंग ले पाना बेहद गौरव की बात समझी जाती है। आईएमए की पासिंग आउट परेड साल में दो बार होती है। एक बार जून के महीने में और एक बार दिसंबर के महीने में। पासिंग आउट परेड में हर बार एक मुख्य अतिथि भी शामिल होता है। परेड के दौरान आईएमए की सुरक्षा व्यवस्था इतनी पुख्ता होती है कि परिंदा भी पर नहीं मार पाता। इसके लिए बाकायदा ट्रैफिक भी डायवर्ट किया जाता है।