नितीश भारद्वाज : एक वेटरनरी सर्जन, जो महाभारत से रातों-रात सफलता के शिखर पर पहुंचा
1 min readआपको महाभारत में श्रीकृष्ण बने नितीश भारद्वाज (nitish bhardwaj) जरूर याद होंगे। आज उनका जन्मदिन है। क्या आप जानते हैं कि वे वेटरनरी सर्जन थे?
जी हां! नितीश भारद्वाज (nitish bhardwaj) मुंबई रेसकोर्स में वेटरनरी असिस्टेंट के रूप में काम कर रहे थे। उन्हें इस काम में बोरियत आने लगी थी।
उन्होंने जल्द ही सुधा, डॉ. काशीनाथ घाणेकर, प्रभाकर आदि के साथ मराठी थिएटर शुरू कर दिया।
इसके बाद वे सई परांजपे के संपर्क में आए और अपने अभिन्न मित्र रवि बासवानी (Ravi baswani) की सलाह पर उन्होंने हिंदी थिएटर में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी।
1987 तक उन्होंने कई नाटक किए। उन्होंने अभिमन्यु के जीवन पर आधारित चक्रव्यूह (chakravyuha) नाटक का मंचन किया।
उनके जीवन में कामयाबी का बड़ा द्वार खुला 1988 में। जब वे बीआर चोपड़ा (BR Chopra) के धारावाहिक महाभारत (mahabharat) के लिए चुने गए।
इस सीरीज ने उन्हें रातोंरात स्टार का दर्जा दे दिया। उनके अभिनय ने नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए। इस सीरियल के बाद भी वे थियेटरों में भी सक्रिय रहे।
उन्होंने बीबीसी लंदन के लिए रेडियो शो किए। थिएटर रॉयल स्ट्रैटफोर्ड ईस्ट, लंदन के साथ उन्होंने मोटी रोटी, पतली चुन्नी नाटक का शो ब्रिटेन और कनाडा में किया।
उन्होंने गीता रहस्य और स्टार टीवी के लिए अपराधी शो को डायरेक्ट भी किया। सन् 2000 में आए बीआर चोपड़ा के विष्णु पुराण (Vishnu puran) और 2002 में आए रामायण (ramayana) में उन्होंने राम की भूमिका अदा की।
हिंदी फिल्म मोहनजोदड़ो (mohanjodaro) और केदारनाथ (kedarnath) में भी नजर आए।
मलयालम और तमिल फिल्मों में भी उन्हें सफलता मिली। नितीश भारद्वाज की पहली सफल नहीं हुई। मोनिषा पाटिल के साथ वे 1991 से लेकर 2005 तक विवाह बंधन में रहे।
इसी साल उनका तलाक हो गया। इसके ठीक चार साल बाद आईएएस अधिकारी स्मिता गाते के साथ उन्होंने विवाह किया।
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