गंगोत्री-गोमुख ट्रेक करने के लिए तैयार हो जाएं, एक अप्रैल से खुलेगा गंगोत्री नेशनल पार्क
1 min readगंगोत्री-गोमुख (gangotri-gomukh) ट्रेक पर जाने की इच्छा है तो एक अच्छी खबर। एक अप्रैल, 2021 से गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट पर्यटकों के लिए खुल जाएंगे।
आपको बता दें कि रोमांच के शौकीनों और प्रकृति प्रेमियों को स्थानीय पंजीकृत एजेंसियों (local registered agencies) के माध्यम से ही पार्क क्षेत्र में जाने की अनुमति मिलेगी।
पार्क प्रशासन ने 19 मार्च को गंगोत्री-गोमुख (gangotri-gomukh) ट्रेक पर इंतजामात का जायजा लिया।
आपको बता दें कि उच्च हिमालयी गंगोत्री-कालिंदी-बद्रीनाथ ट्रेक और भारत-चीन सीमा स्थित नेलांग वैली में हर साल हजारों पर्यटक पहुंचते हैं।
इन ट्रेक के साथ ही दर्जनों हिमशिखरों और गंगा के उद्गम गोमुख, तपोवन आदि पर्यटन स्थलों की मौजूदगी गंगोत्री नेशनल पार्क में है।
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इसके चलते हर साल बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक एवं पर्वतारोही यहां पहुंचते हैं। आपको बता दें कि बीते साल 30 नवंबर को पार्क के गेट पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए थे।
अब एक अप्रैल, 2021 से गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। पार्क प्रशासन ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
आपको बता दें कि 19 मार्च, 2021 को वन विभाग (forest department) की टीम ने कनखू बैरियर से भोजवासा तक रेकी कर ट्रेक का जायजा लिया।
पार्क क्षेत्र में अभी भी काफी बर्फ जमी है। सर्दियों में भारी बर्फबारी (heavy snowfall) और भूस्खलन (landslide) के कारण कच्ची ढांग सहित कुछ अन्य स्थानों पर ट्रेक क्षतिग्रस्त हो गया है।
कहीं कहीं भारी बोल्डर भी जमा हैं। अभी भोजवासा (bhojwasa) स्थित लाल बाबा आश्रम और गढ़वाल मंडल विकास निगम यानी जीएमवीएन (gmvn) का पर्यटक आवासगृह (tourist rest house) भी बंद है।
ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि अप्रैल माह में यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को बर्फीली वादियों का नजारा देखने को मिलेगा।
भोजवासा में ठहरने की व्यवस्था 14 मई को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद ही उपलब्ध हो सकेगी।
ऐसे में अपने साथ रहने खाने आदि की व्यवस्था के साथ जाने वाले पर्यटकों को ही जाने की इजाजत दी जा सकेगी।
वहीं, कलक्ट्रेट परिसर (collectorate) में सिंगल विंडो सिस्टम (single window system) चालू होने तक पार्क के कोटबंगला (kotbangla) स्थित कार्यालय से ही पर्यटकों और ट्रेकर्स को परमिट (permit) जारी किया जाएगा।