हरिद्वार महाकुंभ में हर की पैड़ी पर एक समय में 20 हजार कर पाएंगे स्नान
1 min readहरिद्वार महाकुंभ (hardwar mahakumbh) को लेकर तैयारी चल रही हैं। हर की पैड़ी (har ki paidi) घाट पर एक समय में केवल 20 हजार ही श्रद्धालु स्नान कर पाएंगे।
मेला प्रशासन (Mela administration) की ओर से कुंभ के लिए हर की पैड़ी और आसपास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किए जा रहे हैं।
हर की पैड़ी पर 20,000 से एक भी श्रद्धालुु के अधिक होने पर कंट्रोल रूम (control room) में रेड लाइट (red light) जल उठेगी। कुल 107 घाटों पर स्नान की व्यवस्था रहेगी।
आपको बता दें कि महाकुंभ मेले पर ₹800 खर्च होने का अनुमान है। इससे पहले हरिद्वार महाकुंभ (hardwar mahakumbh) की अवधि अधिक होने पर यह राशि करीब चार हजार करोड़ होने का अनुमान लगाया गया था।
आपको बता दें कि बेशक अभी पर्यटकों के लिए उत्तराखंड (uttarakhand) आने पर स्मार्ट सिटी पोर्टल (smart city portal) पर रजिस्ट्रेशन (registration) की बाध्यता समाप्त की गई है, लेकिन महाकुंभ में स्नान के लिए आने वालों को कुंभ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
जिसमें उन्हें अपने नाम, मोबाइल नंबर, पता आदि भरना होगा। और इसके साथ ही अपनी कोरोना जांच रिपोर्ट (corona test report) दिखानी होगी।
यह रिपोर्ट नेगेटिव (negative) होनी चाहिए। जो श्रद्धालु अपनी रिपोर्ट लेकर नहीं आएंगे, उनके लिए पार्किंग (parking) में कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है।
इसके लिए कई निजी लैब्स (private labs) से संपर्क साधा गया है। ये लैब श्रद्धालुओं की जांच कर पांच घंटे में रिपोर्ट जारी कर देंगी।
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आपको बता दें कि महाकुंभ के लिए अभी एसोपी (SOP) यानी स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (standard operating procedure) जारी नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री के साधु-संतों से बात करके जल्द ही इसे जारी किए जाने की संभावना है। राज्य कैबिनेट (cabinet) ने कुंभ से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अधिकृत किया है।
पुलिस की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए पहले ही यह भी गाइडलाइंस जारी की जा चुकी है कि कोई यात्रा वाहन उनसे अधिक किराया न वसूलें, वरना कार्रवाई की जाएगी।