चार धाम में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू, बद्रीनाथ में नलों में पानी जमा
1 min readबद्रीनाथ-केदारनाथ समेत चार धाम (Chardham) में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। रविवार को नर नारायण पर्वत, नीलकंठ और हेमकुंड साहिब में भारी बर्फबारी हुई।
इससे पहले शनिवार शाम मौसम का मिजाज बिगड़ने के बाद बद्रीनाथ में रात के वक्त कड़ाके की सर्दी से लोगों के घरों में नलों में पानी जम गया, जिससे उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ा।
रविवार सुबह लोग उठे तो उनके घरों की छतों पर पाले की मोटी परत जमी मिली। केदारनाथ में रविवार को सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई। उसका तापमान चार डिग्री तक पहुंच गया।
केदारपुरी के साथ ही मध्यमहेश्वर, तुंगनाथ और कालीशिला की पहाड़ियों पर भी हल्की बर्फ पड़ी। इसके अलावा मुनस्यारी, पंचाचूली, राजरंभा, हसलिंग, नंदा देवी, नामनीधुरा आदि स्थानों पर भी बारिश हुई। बर्फ गिरी।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के ऊंचाई वाले स्थानों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है।
कोरोना (corona) के चलते लगाए गए lockdown में ढील और बाहरी प्रदेशों के पर्यटकों को राज्य में आने की इजाजत मिलने के बाद पर्यटक स्थलों पर रौनक देखने को मिली थी।
अब हल्की बर्फबारी को देख स्थानीय कारोबारियों के चेहरों पर हल्की मुस्कान तैर गई है। उन्हें बर्फ के सहारे अपने ठंडे पड़ चुके कारोबार में गर्मी आने की संभावना दिखाई दे रही है।
आपको बता दें कि इस बार मार्च से कोरोना की वजह से लगे लाकडाउन के चलते प्रदेश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
दरअसल, उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही टिकी है। लिहाजा पर्यटन कारोबार चौपट हो जाने से अर्थव्यवस्था का बैठ जाना स्वाभाविक है।
ढेर सारे ऐसे कारोबारी हैं, जिन्होंने अपना काम धंधा लोन लेकर जमाया, ऐसे में उनके लिए लोन की किस्त तक निकालना मुश्किल हो गया। चार धाम (chardham) में भी ऐसे कारोबारी अच्छी संख्या में है।
अब कई महीनों के बाद स्थिति अनुकूल होने और बर्फबारी होने से उन्हें अच्छे कारोबार की आस है।