इरफान खान : जब मुंबई में खर्च चलाने के लिए एसी तक रिपेयर करने पड़े
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इरफान खान (irrfan Khan) होते तो आज 54 साल के हो जाते। आपको सहसा यकीन नहीं होगा कि एक समय इस कलाकार को एसी तक रिपेयर करने पड़े।
इस बात का जिक्र एक बार इरफान खान (irrfan Khan) ने खुद एक इंटरव्यू में किया था।
वह फिल्म स्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के घर भी मुंबई में उनका एसी ठीक करने पहुंचे थे। इरफान ने उनके स्टारडम (stardom) के बारे में जैसा सुना था, उससे कहीं बढ़कर पाया।
आपको बता दें कि इरफान खान का जन्म राजस्थान (Rajasthan) के टोंक (tonk) में 7 जनवरी, 1967 को हुआ था। उनके पिता का टायरों (tyres) का काम था।
अपने चाचा के साथ रहते उनमें नाटकों के प्रति दिलचस्पी पैदा हुई। इसी धुन में वे एनएसडी के लिए दिल्ली आ पहुंचे।
उन्हें बहुत संघर्ष के बाद मीरा नायर (Meera Nair) की फिल्म सलाम बांबे (Salam Bombay) में एक छोटा सा रोल मिला।
इसके बाद 90 के दशक में आए और देवकी नंदन खत्री के उपन्यास पर बने सीरियल चंद्रकांता (chandrakanta) में उन्हें बदरी का रोल मिला, जिसने उन्हें घर घर में पहचान दी।

बड़े पर्दे पर तिग्मांशु धूलिया की हासिल ने उनके करियर को गति दी। फौजी से बागी बने पान सिंह तोमर की कहानी पर आधारित फिल्म पान सिंह तोमर (pan Singh tomar) में उनके अभिनय ने रंग जमा दिया।
इसके अलावा लाइफ आफ ए पाई, स्लम डॉग मिलेनियर जैसी फिल्मों में भी उनकी अदाकारी का अलग अंदाज रहा।

इसी तरह लंच बाक्स, करीब करीब सिंगल, हिंदी मीडियम जैसी फिल्मों ने उन्हें दर्शकों का खूब प्यार दिलाया।
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लेकिन उनके जीवन की लंबी रील ईश्वर को मंजूर नहीं थी। सन् 2019 में उन्हें एक असाध्य रोग ने घेर लिया। उन्होंने खुद अपने Twitter account के जरिए इसकी सूचना दी।
विदेश के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वहां से वे वापस आए और अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग पूरी की।
लेकिन एक बार फिर उनकी तबियत बिगड़ गई। उनका इंफेक्शन उन्हें अपने साथ लेकर इस दुनिया से विदा हो गया।
इरफान मर नहीं सकते। अपनी फिल्मों के जरिए वह हमेशा अपने प्रशंसकों के दिलों में जिंदा रहेंगे।