राहुल द्रविड़ : आखिर ये दीवार गिरती क्यूं नहीं… कोशिश करते थकते थे विपक्षी गेंदबाज
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आखिर ये दीवार गिरती क्यूं नहीं? राहुल द्रविड़ (Rahul dravid) जब बल्लेबाजी करते हुए पिच पर लंगर डाल लेते थे तो विपक्षी गेंदबाजों की यही प्रतिक्रिया होती थी।
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लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul dravid) 11 जनवरी, 2021 को 48 साल के हो गए।
1973 में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (indore) में हुआ था। इसके बाद उनका बचपन बंगलूरू (Bengaluru) में बीता।
1991 में रणजी (ranji) खेलने के लिए उनका चयन (selection) हुआ। इसके बाद करीब छह साल नेशनल टीम में उनका चयन हुआ।
वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे। हालांकि धीमा खेलने और वन डे (one-day) में बेहतर परफॉर्म न कर पाने पर उनकी आलोचना भी हुई।
![Rahul dravid एक मैच के दौरान गेंदबाज हरभजन सिंह को निर्देशित करते हुए। (फाइल फोटो)](https://khaskhabar24.com/wp-content/uploads/2021/01/IMG_20210111_090950-300x186.jpg)
टेस्ट क्रिकेट (test cricket) में अपनी पारियों से उन्होंने सबको अपना मुरीद बना दिया। उनका टेस्ट में औसत करीब 53 रहा। जो बेहतरीन रहा।
राहुल द्रविड़ के कापी बुक (copy book) क्रिकेट शाट्स (cricket shots) और पिच पर लंबी पारी खेलने की वजह से उन्हें वाल (wall) पुकारा जाने लगा।
राहुल द्रविड़ एक बेहतरीन क्रिकेट कोच (coach) भी साबित हुए। उनके निर्देशन में इंडियन टीम ने अंडर-19 वर्ल्ड कप भी जीता।
उस वक्त कप्तान विराट कोहली (captain Virat kohli) को भी उस वक्त उन्होंने जीत के काफी टिप्स (tips) दिए।
ढेरों ऐसे नए खिलाड़ी हैं, जो राहुल द्रविड़ से मिलकर टिप्स लेते हैं और अपने खेल को निखारते हैं। राहुल अपने विनम्र स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं।
उनके साफ सुथरे क्रिकेट करियर में उन्हें कई बड़े क्रिकेटरों की भी सराहना मिली। अपनी उपलब्धियों के लिए उन्हें अर्जुन अवार्ड दिया गया।
इसके साथ ही उन्हें पद्म भूषण से भी नवाजा गया। भारतीय क्रिकेट में उनका कद बहुत ऊंचा है। http://Khaskhabar24.com
राहुल द्रविड़ के जन्मदिन पर उनके शानदार और उज्जवल भविष्य की कामना करता है।