शत्रुघ्न सिन्हा 75 साल के हुए, राजेश खन्ना से इसलिए होना पड़ा था दूर
1 min readफिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा (shatrughna Sinha) 9 दिसंबर को 75 साल के हो गए। एक चुनाव ने उन्हें उनके अजीज राजेश खन्ना से दूर कर दिया था।
जी हां। आपको शायद यह बात न पता हो। 1992 में हुए दिल्ली लोकसभा उप चुनाव में उन्हें राजेश खन्ना उर्फ काका ने करीब 28 हजार वोट से हराया था। जिसके बाद से उन दोनों के बीच कभी बोलचाल नहीं हुई।
यह सीट भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। लालकृष्ण आडवाणी दिल्ली के साथ ही गुजरात की गांधीनगर सीट से भी विजयी हुए थे।
ऐसे में उन्हें एक सीट छोड़नी थी तो उन्होंने दिल्ली की सीट छोड़ने का फैसला किया। जिसके बाद यहां उप चुनाव कराया गया।
इसमें कांग्रेस की तरफ से राजेश खन्ना को उम्मीदवार बनाया गया। जबकि भाजपा की तरफ से शत्रुघ्न सिन्हा (shatrughna sinha) चुनावी मैदान में उतरे। राजेश खन्ना को शत्रुघ्न के अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की उम्मीद नहीं थी, ऐसे में उनके दिल को धक्का पहुंचा।
इसकी एक वजह यह भी थी कि दूसरी पारी में योगदान के लिए शत्रुघ्न खुद कई बार राजेश खन्ना का आभार जता चुके थे।
खटास के बीच लड़े गए इस चुनाव में दोनों फिल्म कलाकारों के लिए उनकी पत्नियों ने भी खूब प्रचार किया। डिंपल कपाड़िया ने राजेश खन्ना के लिए, जबकि पूनम सिन्हा शत्रुघ्न सिन्हा के लिए रैलियां कर मतदाताओं को जुटाने का काम किया।
लेकिन अंततः शत्रुघ्न सिन्हा पर राजेश खन्ना भारी पड़े। उनको 1,01,625 वोट मिले जबकि शत्रुघ्न सिन्हा को 73,369। इस तरह 28,256 वोटों से राजेश खन्ना ने शत्रुघ्न सिन्हा को मात दी।
राजेश खन्ना को इस बात का हमेशा मलाल रहा कि शत्रुघ्न सिन्हा उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे।
शत्रुघ्न ने हालांकि उनको कई बार मनाने की कोशिश की, लेकिन राजेश खन्ना ने मरते दम तक उनसे बात नहीं की।
आपको बता दें कि यही चुनाव था, जिसमें जेल में रहते हुए बैंडिट क्वीन कही जाने वाली फूलन देवी भी खड़ी हुई, लेकिन उन्हें केवल साढ़े सात सौ ही वोट हासिल हुए।
शत्रुघ्न सिन्हा का फिल्मनामा
साजन फिल्म से बतौर खलनायक फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाले शत्रुघ्न यानी शाटगन (shotgun) ने कालीचरण, दोस्ताना, खुदगर्ज, लोहा, धरती मांगे खून, मेरे अपने जैसी कई फिल्मों में काम किया।