अमरनाथ यात्रा में क्या इस बार टूट पाएगा सन् 2011 का यह रिकॉर्ड

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क्या अमरनाथ यात्रा (amarnath yatra) में इस बार 2011 का रिकॉर्ड टूट सकता है? पिछले 10 साल की बात करें तो सबसे ज्यादा भक्त 2011 में ही अमरनाथ पहुंचे थे।

2011 में कुल 6,36,000 यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे, जबकि उस साल यात्रा 45 दिन चली थी।
सन् 2012 में यात्रा काल केवल 39 दिन का रहा। लेकिन इतने समय में भी कठिन राहों को पार कर 6,20,000 भक्त बाबा केदार के  3्शन के लिए पहुंचे थे।

इसके बाद 2013 आया। यात्रा अवधि बढ़ी। 55 दिन यात्रा चली, लेकिन बाबा बर्फानी के दर्शन को पहुंचने वाले भक्तों की संख्या लगभग आधी रह गई। इस साल 3,53,000 भक्त अमरनाथ गुफा में पहुंचे।
2014 में अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ। यात्रा इस साल 44 दिन चली। कुुल 3,72,000 यात्री बाबा के द्वार पहुंचे।

2015 में अमरनाथ यात्रा (amarnath yatra) 59 दिन चली और 3,52,000 भक्त बाबा की गुफा पहुंचे। लेकिन इसी साल अमरनाथ यात्रियों के काफिले पर हुए हमले के बाद अगले साल 2016 में यात्रियों की संख्या में गिरावट आई।

2016 में यात्रा 48 दिन चली, लेकिन यात्री पहुंचे केवल
2,20,000। 2017 से इसमें फिर इजाफा हुआ। इस साल 40 दिन चली यात्रा में 2,60,000 यात्री पहुंचे।
2018 में यात्रा 60 दिन यानी दो महीने चली। इस दौरान 2,85,000 यात्रियों ने बाबा की गुफा के दर्शन किए।

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2019 में यात्रियों का काफिला और बढ़त पर था। दो साल पहले यात्रा 31 दिन यानी केवल एक माह चली और 3,42,000 भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन को उनके दर पर पहुंचे।

लेकिन साल 2020 बाबा के भक्तों के लिए बड़ा संकट काल बनकर आया। इस साल कोरोना संक्रमण काल की वजह से अमरनाथ यात्रा को संचालित नहीं किया जा सका।

हालांकि पहले श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की ओर से यात्रा का टाइम टेबल घोषित किया गया। लेकिन बाद में बोर्ड को उसके लिए सफाई देनी पड़ी और नई प्रेस रिलीज जारी करके यात्रा को कैंसिल किया गया।

इस साल उम्मीद की जा रही है कि इस यात्रा में भक्त बड़ी संख्या में यात्रा में शामिल होंगे। हालांकि बोर्ड की तरफ से साफ किया गया है कि कोविड-19 से जुड़े नियमों का यात्रा के दौरान सख्ती से पालन किया जाएगा।

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