बारबोरा ने फ्रेंच ओपन जीतकर सबसे पहले याना को याद किया, जानिए क्या थी वजह
1 min readबारबोरा (barbora) क्रेजिकोवा फ्रेंच ओपन की नई मलिका बनी हैं। चेक गणराज्य की इस टेनिस खिलाड़ी ने सबसे पहले याना को याद किया। कौन हैं याना (jana)?
यदि आप टेनिस प्रशंसक हैं और टेनिस मुकाबले देखने में रुचि रखते हैं तो आपको चेक गणराज्य की 1998 में विंबलडन जीतने वाली खिलाड़ी याना नोवोत्ना (Jana novotna) जरूर याद होंगी।
यहीं याना बारबोरा की कोच थीं। आज से करीब चार साल पहले 2017 में याना नोवोत्ना की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी।
उस वक्त वे केवल 49 साल की थीं। फ्लोरिडा (Florida) से लौटकर अपने जन्म स्थान बर्नो (burno) के पास ही एक गांव में उन्होंने करीब 80 लाख डॉलर में बड़ी संपत्ति खरीदी थी। जहां वे साथी पोलिश खिलाड़ी इवान के साथ रह रही थीं।
उन्हें बारबोरा से ग्रैंड स्लैम जीतने की उम्मीद थी। यही वजह थी कि जब बारबोरा ने ट्राफी हाथ में ली तो कहा आज वे (याना) मुझे जरूर देख रही होंगी।
उन्होंने यह भी कहा-मेरी यह जीत याना नोवोत्ना को समर्पित है। मैंने काफी वक्त याना के निधन से पहले उनके साथ गुजारा था। उनके मुझसे आखिरी शब्द थे, ‘टेनिस के मजे लो। हो सके तो कोई ग्रैंड स्लैम जीतने की कोशिश करो’। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैंने इसे जीत लिया है।
आपको बता दें कि पांच फुट नौ इंच लंबी याना नोवोत्ना सर्व और वाली की रेयर स्टाइल अपनाकर खेलने वाली खिलाड़ी थीं। 1997 में सिंगल्स की दूसरी रैंकिंग उनके करियर की टाप रैंकिंग रही, जबकि डबल्स में नंबर वन रही।
24 डब्ल्यूटीए (WTA) खिताब हासिल करने वाली माना के जीवन में 90 का दशक प्रोफेशनल करियर की ऊंचाई वाला रहा।
इसी दशक में हाना माडलिकोवा (Hana mandlikova) उनकी कोच बनीं, जिन्होंने उन्हें कामयाबी के कई गुर सिखाए।
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2005 में याना नोवोत्ना को इंटरनेशनल टेनिस हाल आफ फेम (international tennis hall of fame) में भी शामिल किया गया।
बारबोरा (barbora) ने अपने Twitter handle http://@Bkrejcikova से अपनी जीत की तस्वीर साझा की। खुशी के इस आलम में बारबोरा को कोच याना की याद आना स्वाभाविक था।