चेतेश्वर पुजारा : टीम इंडिया के भरोसेमंद ‘मिडिल मैन’, जीत के लिए जिन्हें चोट की परवाह नहीं, 33 के हुए
1 min readगाबा टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा (cheteshwar pujara) की पारी आपको नहीं भूली होगी। चोट लगने के बावजूद भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आगे डटे रहे।
चेतेश्वर पुजारा (cheteshwar pujara) का 25 जनवरी को जन्मदिन है। 2021 में उन्होंने जीवन के 33 साल पूरे कर लिए।
उन्होंने भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम में राहुल द्रविड़ (Rahul dravid) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS luxman) के रिटायरमेंट से खाली हुई जगह को भरा है।
टीम इंडिया (team India) को उन दोनों महान खिलाड़ियों की कमी को महसूस नहीं होने दिया है। पुजारा टेस्ट क्रिकेट के पर्याय बन चुके हैं।
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6000 से ज्यादा रन बनाए हैं और कई मैच जिताऊ पारियां खेली हैं। आस्ट्रेलिया में गाबा टेस्ट में खेली गई उनकी 56 रन की पारी भी एक ऐसी ही साहसिक पारी थी।
उन्होंने तमाम गेंदबाजों के धैर्य की परीक्षा ली और अपने धैर्य को नहीं चुकने दिया। बता दें कि ये वह मैच था, जिसमें टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat kohli) समेत कई प्रमुख नाम नदारद थे।
वह टीम में मिडिल आर्डर की जो जगह संभाले हुए हैं, उसके लिए जरूरी स्किल्स, स्टैमिना और तकनीक उनके पास है।
आपको बता दें कि चेतेश्वर पुजारा जन्म 25 जनवरी, 1988 में गुजरात (Gujrat) के राजकोट (Rajkot) में हुआ था।
उनके पिता अरविंद पुजारा (Arvind pujara) और उनके चाचा विपिन पुजारा (vipin pujara) रणजी खिलाड़ी (ranji players) रहे थे।
लिहाजा, उन्होंने जेतेश्वर को अपने साथ ही प्रैक्टिस करानी शुरू कर दी वहीं से चेतेश्वर के अंदर क्रिकेट का कीड़ा जाग उठा।
केवल 17 साल की उम्र में उनकी मां का कैंसर (cancer) की वजह से निधन हो गया। इसका चेतेश्वर को बड़ा धक्का लगा।
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इसके बाद उनका पूरा फोकस क्रिकेट पर ही हो गया। सन् 2013 में उनकी शादी पूजा से हुई और 2018 में उनके घर बेटी अदिति ने जन्म लिया।
चेतेश्वर पुजारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पहले ही कमाल किया हुआ है। उन्होंने टेस्ट में 12 डबल सेंचुरी लगाई हैं। घरेलू क्रिकेट (domestic cricket) में वे सौराष्ट्र (saurashtra) का प्रतिनिधित्व करते हैं।