नेपाल में महोत्सव संपन्न, वरिष्ठ पत्रकार मनीष शुक्ल को अंतरराष्ट्रीय साहित्यश्री सम्मान
1 min readनेपाल (Nepal) की राजधानी काठमांडू (Kathmandu) में तीन दिवसीय भारत-नेपाल महोत्सव (bharat Nepal mahotsav) संपन्न हुआ।
इस तीन दिवसीय महोत्सव में नेपाल एवं भारत के साहित्यिक -सांस्कृतिक सम्बन्धों को नया आयाम मिला।
इस दौरान महोत्सव में लखनऊ से आए वरिष्ठ पत्रकार मनीष शुक्ल (Manish Shukla) को अंतरराष्ट्रीय साहित्यश्री सम्मान प्रदान किया गया।
महोत्सव में दोनों देशों की सांझी संस्कृति और साहित्य को दुनिया भर प्रचारित करने का संकल्प लिया गया।
काठमांडू के चंद्रागिरी पर्वत पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों की ओर से सात सूत्रीय घोषणा पत्र पारित किया गया। साथ ही, भारत व नेपाल की साहित्य विभूतियों को भी सम्मानित किया गया।
नेपाली तिथियों के अनुसार साहित्य महोत्सव (shahitya mahotsav) का द्वितीय संस्करण (second edition) बैसाख की 16, 17, 18 तिथियों में आयोजित किया गया।
इस महोत्सव में दोनों देशों के साहित्यकारों और कलाकारों ने संयुक्त संस्कृति (culture) की छंटा बिखेरी।
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मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल (meerut cultural festival), क्रांतिधरा साहित्य अकादमी (krantidhara sahitya academy) और ग्रीन केयर सोसाइटी हाऊस मेरठ (green care society house, meerut) से आयोजक डॉ विजय पंडित (Vijay pandit) ने बताया कि महोत्सव (mahotsav) में समस्त भारत से साहित्यिक, सामाजिक व पत्रकारिता जगत की विभूतियों की सहभागिता रही।
इनमें हैदराबाद (Hyderabad) से वरिष्ठ कलमकार प्रदीप देवीशरण, भोपाल (bhopal) से रमा निगम, कैलाश आदमी, पटना (patna) से उर्दू शायर मौ. नसीम अख्तर, प्रयागराज (prayagraj) से डॉ मोनिका महरोत्रा, इंदौर से हरेराम वाजपेयी, उड़ीसा (Odisha) से सावित्री मिश्रा, हरियाणा (haryana) से त्रिलोक फतेहपुरी और दलबीर फूल, नवादा बिहार (Bihar) से डा राशि सिन्हा, रवि भूषण श्रीवास्तव छतीसगढ़ (chattisgarh) से आदित्य प्रताप सिंह, वाराणसी (Varanasi) से महेश भट्ट, गाजीपुर (Ghazipur) से अरविंद कुमार यादव, बिजनौर (bijnor) से गिरीश त्यागी ने हिन्दी साहित्य का झण्डा बुलंद किया।
नेपाल (Nepal) के वरिष्ठ साहित्यकार राधेश्याम लेकाली संयोजक रहे। महोत्सव के मुख्य अतिथि ललित कला प्रज्ञा प्रतिष्ठान के कुलपति के.के. कर्माचार्य रहे।
उद्घाटन समारोह (inaguration ceremony) का संचालन कंचना झा व दिनेश डी.सी. ने संयुक्त रूप से किया गया ।
द्वितीय सत्र (second session) में बहुभाषी कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें भारत व नेपाल के कवि कवयित्रीयों ने रचनाओं का वाचन किया । सांस्कृतिक संध्या संग कार्यक्रम संपन्न हुआ।