ऋषिगंगा के मुहाने पर बनी नई झील में 4.80 करोड़ लीटर पानी, धीरे-धीरे रिस रहा

1 min read

चमोली (chamoli) जिले में ऋषि गंगा के मुहाने पर बनी नई झील (rishiganga new lake) में 4.80 करोड़ लीटर पानी होने का अनुमान है।

नौसेना (Navy) की एक टीम ने 20 फरवरी, 2021 को इस ऋषिगंगा के मुहाने पर बनी नई झील (rishiganga new lake) की गहराई का आकलन किया।

इसके बाद यह अनुमान सामने आया है। आपको बता दें कि 7 फरवरी, 2021 को चमोली जिले की नीति घाटी (Niti valley) में आई जल प्रलय के बाद ऋषि गंगा के मुहाने पर झील बन गई थी।

विशेषज्ञों के हिसाब से इस वक्त झील में करीब 48 हजार घन मीटर पानी है।

Rishiganga new lake के बारे में विशेषज्ञों ने जानकारी दी थी।
Rishiganga new lake के बारे में विशेषज्ञों ने जानकारी दी थी।

आपको बता दें कि इससे पूर्व उत्तराखंड (uttarakhand) शासन ने वैज्ञानिकों, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञों और सेना (army) के अधिकारियों को इस झील की जांच का जिम्मा सौंपा था।

यह जांच दल (investigation team) शनिवार को झील तक पहुंचे तो पता चला कि झील 750 मीटर लंबी है और आगे बढ़कर यह संकरी हो रही है।

यह भी पढ़ें

https://khaskhabar24.com/tapovan-project-tunnel-had-dead-bodies-stick-to-its-roof/

इस 50 मीटर चौड़ी झील की गहराई 8 मीटर है। झील की गहराई का पता चलने के बाद अब खतरे का आकलन करना थोड़ा और आसान होगा।

आपको इस बात से भी सचेत कर दें कि यदि यह झील इतने ही पानी की वजह से टूटती है तो निचले हिस्से में खासी तबाही की आशंका है।

लेकिन राहत भरी बात यह है कि इस नई बनी झील से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है। इसके अलावा जल निकासी को भी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।

भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी (ITBP) का भी एक दल यहां पहुंच गया है। जो कि लगातार इस नई झील पर निगाह रखेगा और अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।

इसके अलावा इसके पास ही एक हेलीपैड (helipad) भी स्थापित किया गया है, ताकि वक्त जरूरत पर काम आ सके। इस बीच पीडब्ल्यूडी (pwd) ने स्थानीय लोगों की आवाजाही के लिए ट्रालियों का संचालन भी शुरू कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *