भारत की स्टेफी, जो फ्लाइंग रानी के नाम से मशहूर हुईं, एथलेटिक्स और हाकी में छाईं
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स्टेफी ग्राफ का नाम तो आपने सुना होगा, लेकिन क्या स्टेफी डिसूजा (Stephie desouza) को जानते हैं? उन्हें फ्लाइंग रानी (flying rani) नाम दिया गया था।
जी हां, यह एथलीट थीं गोवा की रहने वाली स्टेफी डिसूजा। 26 दिसंबर, 1936 को गोवा में जन्मीं स्टेफी डिसूजा (Stephie desouza) ने खेल में भारत को गर्व का मौका दिया।
आपको बता दें कि वह देश की पहली महिला एथलीट थीं, जिन्होंने 100 मीटर फर्राटा दौड़ केवल 12 सेकेंड में पूरी की।
वे 1954 के एशियाई खेलों (Asian games) में 4×100 मीटर रिले रेस में सोना जीतने वाली टीम की भी सदस्य थीं।
यह 1964 के ओलंपिक खेलों (Olympics) का वक्त था। इसमें वह 400 मीटर में शिरकत करने के लिए तैयार थीं। लेकिन वह छठे स्थान पर आईं, लिहाजा पहले ही राउंड में बाहर हो गईं।
इसके बावजूद 58.0 सेकंड का समय लेकर उन्होंने नेशनल रिकॉर्ड बनाया। स्टेफी हाकी (hockey) की भी दमदार खिलाड़ी थीं।
लंदन में हुए पहले इंटरनेशनल हॉकी टूर्नामेंट में भी उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया। और 1961 में तो वह टीम की कैप्टन भी रहीं।
खेलों में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन अवार्ड (Arjun award) से भी नवाजा।
अंततः 61 साल की उम्र में सन् 1998 में flying rani स्टेफी डिसूजा ने जबलपुर (jabalpur) में अंतिम सांस ली।