गूगल ने भारतीय अंतरिक्ष विज्ञानी उडुपी रामचंद्र राव पर बनाया डूडल, उन्हें याद किया

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गूगल (Google) ने भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक उडुपी रामचंद्र राव (udupi ramchandra rao) पर doodle तैयार किया है। राकेट तकनीकी में उनका योग जबरदस्त है।

अंतरिक्ष कार्यक्रम को तेज गति से बढ़ावा देने में भी उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है। उनकी जयंती पर गूगल (Google) की ओर से उन्हें doodle के जरिए याद किया जा रहा है।

आपको बता दें कि वे भारत के पहले ऐसे अंतरिक्ष विज्ञानी थे, जिन्हें वाशिंगटन डीसी (Washington dc) के सैटेलाइट हॉल ऑफ फेम (satellite hall of fame) में रखा गया।

इसके अलावा वे पहले ऐसे भारतीय अंतरिक्ष विज्ञानी भी हैं, जिन्हें आईएएफ की ओर से मेक्सिको (Mexico) में हाल आफ फेम (hall of fame) में शामिल किया गया।

वह एंट्रिक्स टेक्नोलॉजी (antix technology) के भी पहले चेयरमैन (chairman) रहे। इसके अलावा वह इसरो (isro) यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian space research organization) के भी चेयरमैन रहे।

राकेट टेक्नोलॉजी (rocket technology) में सेटेलाइट के इस्तेमाल को आगे बढ़ाने में उनका विशेष योगदान रहा।

Google ने इन्हीं रामचंद्र राव पर डूडल बनाया है।
Google ने इन्हीं रामचंद्र राव पर डूडल बनाया है।

यदि सामान्य जीवन की बात करें तो आपको बता दें कि उडुपी रामचंद्र राव (udupi ramchandra rao) का कर्नाटक (Karnataka) के अनाडामारो (anadamaro) में 10 मार्च, सन् 1932 में हुआ।

उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय (Madras University) से बीएससी (BSc) की डिग्री हासिल की, जबकि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से एमएससी (MSc) की डिग्री प्राप्त की।

इसके बाद उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय (Gujrat University) से पीएचडी (PhD) पूरी की।

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पढाई खत्म करने के पश्चात उन्होंने मशहूर अंतरिक्ष विज्ञानी (space scientist) डॉ विक्रम साराभाई (Dr Vikram sarabhai) के निर्देशन में कार्य करना शुरू कर दिया ।

ये वो समय था, जब देश को आजादी मिलने के बाद तकनीकी प्रगति की ओर विशेष फोकस रखा जा रहा था।

ऐसे में रामचंद्र राव ने देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम को गति प्रदान करने के लिए शोध में योगदान दिया।

उन्हें अंतरिक्ष के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।

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